एक अतिविद्वान सज्जन ने मुझे बताया कि जो अपनी ही धर्म में मीन-मेख निकालते हैं वे अधार्मिक होते हैं..... अधार्मिक लोगों को मारना पुण्य है... आदि |
कई करोड़ साल पुरानी बात है | किसी नगर के प्रसिद्ध हलवाई का लड़का मिठाई लाल अमेरिका चला गया डिग्री लेने | वहाँ से वह जलेबी बनाने की डिग्री लेकर लौटा | पूरा शहर वहाँ इकठ्ठा था उस विशेष विलायती मिठाई को देखने व चखने के लिए | वहां के राजा भी भी अपनी रानियों के साथ वहाँ पधारे हुए थे |
फिर वह समय आया जब मिठाई लाल कोट पेंट और हैट लगाकर स्टेज में पहुँचा | भव्य स्वागत हुआ उसका | जलेबी बनाने का समान पहले ही वहाँ मौजूद था | मिठाई लाल ने जलेबी बनानी शुरू की |
माइकल जैकसन का गाना लगाया गया और कुछ कान्वेंट एजुकेटेड लडकियाँ उछलकूद करने लगी | इन सबके बीच झूमते हुए मिठाई लाल ने एक थाल में रखे बूंदी उठा ली और कई तरह की कलाबाजियां खाने के बाद एक गोल लड्डू नुमा कुछ बना दिया | और सबको दिखाया कि यह है अमेरिका की शाही मिठाई....जलेबी....!!!
चारों और तालियाँ बजने लगीं | पहले राजा को चखाया गया और राजा के मुँह से निकला ऐसी मिठाई तो हमने पहले कभी नहीं खाई | इस प्रकार जिसने भी वह बूंदी के लड्डू लिए सभी ने कहा कि अमेरिकन जलेबी का जवाब नहीं.....
लेकिन वहीँ एक मंदबुद्धि भी था भीड़ में | जब उसके हाथ में जलेबी आई तो उसने कहा कि यह तो बूंदी के लड्डू हैं, जलेबी कहाँ हैं ?
बस देखते ही देखते उस मंदबुद्धि को लोगों ने मार पीट कर अधमरा कर दिया | बोले कि यही कारण है कि तू कभी अकल्मन्द नहीं बन पाया | जब राजा ने कहा कि वह जलेबी है, जब सब कह रहें हैं कि वह जलेबी है और जब वह विलायत से जलेबी बनाने की डिग्री लेकर आया है.... तो तू उन सबसे अकल्मन्द समझ रहा अपने आपको ? नालायक कहीं का !!! अधर्मी....!!! -विशुद्ध चैतन्य
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