05 जनवरी 2015

आंखों का स्पर्म से नहीं है लेना-देना


सवाल - अगर मैं रोज सेक्स करता हूं और ज्यादा स्पर्म निकालता हूं तो क्या इसका बुरा असर मेरी सेहत पर पड़ता है? दरअसल मुझे काफी वक्त से लग रहा है कि इस वजह से मेरी आंखों के आसपास काले घेरे बन गए हैं और आंखें धंस गई हैं। क्या आंखों की यह समस्या ज्यादा स्पर्म रिलीज करने की वजह से है?

जवाब - जिसे आप स्पर्म समझते हैं, वह सिर्फ स्पर्म नहीं होता। स्पर्म तो डिस्चार्ज का 0.1-1 फीसदी ही होता है। बाकी का फ्लूइड सेमिनल वेसिकल्स और प्रोस्टेट से आता है। आप इसे शरीर से बाहर नहीं निकालेंगे, तो यह खुद-ब-खुद निकल जाएगा। ऐसे में रोजाना स्पर्म निकालने से कोई परेशानी नहीं आती है।

अक्सर हम लोगों को कमजोरी का एहसास होने के पीछे बचपन से दिमाग में बैठ गई वह गलत धारणा है, जिसमें 1 बूंद सीमेन बनने में 100 बूंद खून की जरूरत और एक बूंद खून के बनने के लिए सीमेन 24x7 निकलने के लिए ही बनता है। इसे जमा करना या रोक कर रखना असंभव है। स्पर्म का आखों से कोई लेना-देना नहीं है। हां यह जरूर संभव है कि स्पर्म के बारे में ऐसी गलत धारणा पैदा हुई एंग्जाइटी की वजह से शरीर या चेहरे की चमक फीकी पड़ गई हो। इससे कई गुना ज्यादा पोषण से भरपूर खाना खाने की बातें कही जाती हैं। यह धारणा पूरी तरह से निराधार है। -प्रकाश कोठारी, सेक्सॉलजिस्ट

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